26 जनवरी 2010

राष्ट्रगीत में भला कौन वह भारत भाग्य विधाता है- रघुवीर सहाय की कविता

आज पास-पड़ोस पूरी तरह बदला हुआ दिखाई दे रहा है । रेडिओ पर सुबह से देशभक्ति के गीत बज रहे हैं । बच्चे हाथों में तिरंगा लहराते हुए अपने गणवेश में स्कूल जा रहे हैं । हर चौक पर झंडा फहराया जा रहा है । सुबह बैंक की इमारत पर झंडा फहराने के बाद अभी मैं मोहल्ले के चौक पर अपने रिक्शेवाले मित्रों से मिलकर आया हूँ और खूब सारी बून्दी खाई है । स्टेडियम में झांकी की तैयारियाँ चल रही हैं , मंत्री महोदय ध्वजारोहण करने वाले हैं  । शहर का एक सम्माननीय नागरिक और लेखक होने के नाते जिलाधीश ने मुझे भी आमंत्रण भिजवाया है । मैं अपने गणतंत्र के इतिहास के बारे में सोच रहा हूँ और मुझे  फिलहाल रघुवीर सहाय की यह कविता याद आ रही है , लगभग 35-40 वर्ष पूर्व लिखी, तत्कालीन स्थितियों को दर्शाती उनकी यह कविता गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं के साथ यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ ..

अधिनायक



राष्ट्रगीत में  भला कौन  वह 
भारत भाग्य विधाता है
फटा सुथन्ना पहने जिसका 
गुन हरचरना गाता है ।
मख़मल टमटम बल्लम तुरही 
पगड़ी छत्र चँवर के साथ 
तोप छुड़ाकर ढोल बजाकर 

जय- जय कौन कराता है । 
पूरब-पच्छिम से आते हैं 
नंगे-बूचे नरकंकाल 
सिंहासन पर बैठा,उनके 
तमगे कौन लगाता है । 
कौन-कौन है वह जन-गण-मन- 
अधिनायक वह महाबली
डरा हुआ मन बेमन जिसका 
बाजा रोज़ बजाता है । 
             - रघुवीर सहाय 

(कविता राजकमल पेपरबैक्स की " रघुवीर सहाय की प्रतिनिधि कविताएँ "से  व चित्र गूगल से साभार )
आप सभी को गणतंत्र पर्व पर शुभकामनाएँ - शरद कोकास

13 टिप्‍पणियां:

  1. रघुवीर सहाय जी की कविता पढ़वाने के लिये शुक्रिया, सवालों के जबाब ढ़ूँढ़ने होंगे।

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  2. सही और सार्थक चिंतन करती रचना है रघुवीर सहाय जी की ......

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  3. यह दुःख की बात नहीं..कि आज भी ये कविता उतनी ही प्रासंगिक है..कहीं कुछ नहीं बदला....इस कविता से रु-ब-रु करवाने का बहुत बहुत शुक्रिया

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  4. प्रासंगिक रचना! आज ही एक और ब्लाग पर और पढ़ चुका हूँ,इसे।

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  5. यही सच्चे लोकतन्त्र की निशानी है.

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  6. सार्थक रचना लेकर आये आज आप रघुवीर सहाय जी की. आभार.



    गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    सादर

    समीर लाल

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  7. आपको और आपके परिवार को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!

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  8. बहुत सुन्दर रहना पढवाई आपने कितनी सार्थक और सामयिक.
    गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें.

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  9. राष्ट्रगीत या राष्ट्र गान में??????????
    जय हिंद...

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  10. गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाऎँ

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  11. ्रघुवीर सहाय जी की सुन्दर रचना पढवाने के लिये बधाई

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आइये पड़ोस को अपना विश्व बनायें